हम हमेशा एक ही बात बोलते हैं, ओहो शायद यह हमारी किस्मत में लेकिन क्या हम यह सोचते हैं कि हमारी किस्मत में क्या है और हम अपनी मेहनत के बल पर अपनी किस्मत कितनी प्रतिशत बदल सकते हैं। नहीं, बहुत कम लोग ही यह आकलन कर पाते हैं, लेकिन यह बिल्कुल सच है दोस्तों की अगर आप अपनी किस्मत को बनाना चाहते हो तो बस आपकी लगन उस कुम्हार की तरह होनी चाहिए जो बिना आकार की मिट्टी को मसल कर पहले तो नरम करता है और उसके बाद मनचाहा आकार देता है।
बस हमारी किस्मत भी वैसी ही जरूरत है तो मन में एक सकारात्मक सोच की जिसके जरिए हम आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं और एक दिन वह कोशिश सफलता में बदल जाती है।