
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में माननीयों और अधिकारियों के आलीशान बंगले बनाने के सरकार 29 हजार पेड़ काटने जा रही है। इन पेडों को बचाने के लिए उत्तराखंड की तर्ज़ पर भोपाल में चिपकू आंदोलन करेंगी। स्थानीय महिलाएं इन पेडों से चिपक कर खडी होगी।
दुनिया भर में मशहूर उत्तराखंड के चिपकू आंदोलन की तर्ज़ पर अब भोपालवासी भी शहर की हरियाली बचाने चिपकू आंदोलन कर रहे हैं। दरअसल, प्रदेश सरकार ने भोपाल के VVIP इलाक़े को पूरी तरह से ध्वस्त करके मंत्री- विधायकों और आला अधिकारियों के आलीशान बंगले बनाने की तैयारी कर रही है। इस री डेबलेपमेंट प्रोजेक्ट पर सरकार 2378 करोड़ रुपये खर्च करेगी और करीब 29 हज़ार पेड़ों की कुर्बानी दी जाएगी। इसे लेकर अब स्थानीय रहवासियों के साथ पर्यावरणविदों और काँग्रेस नेताओं ने भी विरोध शुरू कर दिया है।
रहवासी पेड़ों से चिपककर क्षेत्र की हरियाली बचाने की मुहिम शुरू करेंगे। रहवासियों का कहना है कि इन पेड़ों को उन्होंने अपने बच्चों की तरह पाल पोसकर बड़ा किया है। अगर सरकार ने पेड़ों को हाथ भी लगाया तो पहले रहवासियों से निपटना होगा।