जिले में एक डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। डॉक्टर के कमरे से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी से तंग आ चुका हूं। मैं जीना नहीं चाहता। इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर अखिलेश विश्वकर्मा (52 वर्ष) मंगलवार को ड्यूटी कर अपने घर ग्राम करंजवार पहुंचे। फिर देर शाम करीब 7.30 बजे उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगा ली। घरवालों ने उन्हें फांसी पर झूलता देख फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।