बस्तर में अवैध उत्खनन और लाल ईंट पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। इसके तहत लाल ईंट भट्ठों को प्रदूषण के मद्देनजर बंद करने के निर्देश है और फ्लाईएस ईंट को बढ़ावा दिया जा रहा है। हालांकि लाल ईंट अपने उपयोग के लिए बनाया जा सकता है, लेकिन कमर्शियल उपयोग के लिए बना रहे ईंट भट्ठों पर प्रशासन नजर बनाई हुई है। नियमों का उलंघन करने वाले ईंट भट्ठों पर कठोर कार्रवाई भी की जा रही है।
शासकीय भूमि और वन भूमि पर अवैध रूप से संचालित ईंट भट्ठा संचालकों पर खनिज विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। एक पखवाड़े में विभाग ने अलग-अलग ब्लाकों में दबिश देकर 45 प्रकरण बनाकर 32 मामलों में 31 लाख 66 हजार रुपये के चालान वसूले है। इस समय जिले में करीब 100 से अधिक अवैध ईंट भट्ठे संचालित हो रहे थे। जिला प्रशासन द्वारा संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए खनिज विभाग का दल बनाया था। दल ने अभी तक कई भट्टों में ईंट को नष्ट करते हुए जुर्माना वसूला है।
बस्तर कलेक्टर में माइनिंग और पुलिस विभाग को सख्त निर्देश देते हुए लाल ईंट के चल रहे अवैध निर्माण में सख्ती से कार्रवाई करने को कहा है। बस्तर और बकावंड ब्लॉक में कई जगहों पर इन दिनों लाल ईंट का अवैध कारोबार चल रहा था, जिस पर माइनिंग विभाग ने कार्रवाई की है। यह कार्रवाई जारी रहने की बात बस्तर कलेक्टर ने दी है।