लोकसभा चुनाव के तीन चरणों के मतदान के बाद भारतीय शेयर बाजार पैनिक मोड में है। बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है। सेंसेक्स 800 और निफटी 270 अंक नीचे लुढ़क गया है। प्रमुख इंडेक्स के अलावा मिडकैप और स्मॉलकैप में बिकवाली के चलते मुडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में गिरावट के साथ कारोबार रहा है। निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स 500 अंकों से ज्यादा नीचे लुढ़का है। एफएमसीजी और एनर्जी सेक्टर के शेयर बाजार को नीचे गिराने में बड़ा योगदान नजर आ रहा है। केवल ऑटो सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी है।
बाजार में उठापटक को मापने वाली इंडेक्स इंडिया Vix अपने आलटाइम हाई 17.97 पर जा पहुंचा है। इंडिया Vic 5.21 फीसदी की गिरावट के साथ 18.03 के लेवल पर जा पहुंचा। पिछले 15 दिनों में इंडिया विक्स में 83 फीसदी का उछाल आ चुका है, जिसके चलते शेयर बाजार में निवेशकों के बीच बेचैनी बढ़ती जा रही है। 23 अप्रैल 2024 को इंडिया Vix जिसे वोलैटिलिटी इंडेक्स भी कहा जाता है वो 9.85 के लेवल पर था। शेयर बाजार में इस गिरावट के चलते बीएसई पर लिस्टेड शेयरों का मार्केट कैप गिरकर 395.65 लाख करोड़ रुपये घट चुका है। पिछले सत्र में 400.69 लाख करोड़ रुपये था। अब तक निवेशकों को 5.04 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
विदेशी निवेशकों भारतीय शेयर बाजार में जमकर मुनाफावसूली कर रहे हैं। मई में विदेशी निवेशक 15,683 करोड़ की इक्विटी बेच चुके हैं। घरेलू संस्थागत निवेशकों उतनी ज्यादा बाजार में खरीदारी करने से बचते नजर आ रहे हैं। भारतीय शेयर बाजार में लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर घबराहट बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घराने अडानी और अंबानी समूह को चुनाव में घसीटे जाने के बाद बेचैनी और बढ़ गई है।