छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की राजधानी रायपुर स्थित सागौन बंगला निवास से अंतिम यात्रा उनके गृहग्राम गौरेला के लिए निकल गई है। जोगी को अंतिम विदाई देने सैकड़ों की संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा है। जोगी के चाहने वालों का घर से लेकर सड़कों पर तांता लगा हुआ है। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए लागू नियमों को ध्यान में रखकर लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग में चल रहे हैं। मास्क की अनिवार्यता का पालन भी किया जा रहा है। भीड़ और सुरक्षागत कारणों से बड़ी संख्या में पुलिस के जवान भी तैनात हैं।
उल्लेेखनीय है कि 74 वर्षीय अजीत प्रमोद कुमार जोगी को हार्टअटैक आने के बाद 9 मई को देवेंद्र नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां अजीत जोगी शुरु से अस्पताल में कोमा में थे और वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। 21 दिन तक चले उपचार के बीच शुक्रवार 29 मई को दोपहर 3.30 बजे जोगी ने अंतिम सांस ली।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद आज उनकी अंत्येष्टि गौरेला के पावर हाउस स्थित कब्रिस्तान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। जोगी के पार्थिव देह को रायपुर से पहले बिलासपुर स्थित मरवाही सदन में आम लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद शव को सड़क मार्ग से जोगी के पैतृक गांव जोगीसार ले जाया जाएगा। जिसकी तैयारियां प्रशासन ने पूरी कर ली है।
गृहग्राम में जोगी निवास सहित हेलीपैड मैदान में पुलिस ने बैरिकेट्स लगा रखा है। अंत्येष्टि में कई वीवीआईपी शामिल होंगे, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन तैयारियां एवं सुरक्षा को लेकर मुस्तैद है। गौरेला के पावर हाउस स्थित कब्रिस्तान में कब्र की खोदाई सुबह से ही मजदूरों द्वारा की गई है।