विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य विज्ञानी डा. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि भले ही ओमिक्रोन वैरिएंट टीकाकृत लोगों को भी निशाना बना रहा है, इसके बावजूद कोविड वैक्सीन संक्रमण के खिलाफ असरदार हैं। वैक्सीन लोगों में कोरोना संक्रमण की गंभीरता को कम करती हैं।
स्वामीनाथन ने ट्वीट किया, ‘जैसी उम्मीद थी, टी सेल इम्युनिटी ओमिक्रोन के खिलाफ भी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। यह बीमारी को गंभीर होने से रोकती है।”
स्वामीनाथन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य निकाय द्वारा आपातकालीन इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध कोविड वैक्सीन में मामूली अंतर हो सकता है, लेकिन सभी वैक्सीन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी रही हैं। वैक्सीन ने संक्रमण की गंभीरता और मौत के खतरे को कम किया है।
विज्ञानी ने कहा कि टीके के प्रभाव के लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं। इनमें उम्र और अंतर्निहित बीमारियां शामिल हैं। तीसरा पहलू यह है कि वैक्सीन कितने दिनों पहले ली गई है और शरीर में एंटीबाडी की मौजूदगी का स्तर क्या है। ओमिक्रोन पहले से मौजूद इम्युनिटी को भेदने में सक्षम है और इससे बचाव के लिए उच्च स्तर की एंटीबाडी व प्रतिरक्षा की जरूरत है।