अमेरिकी स्वास्थ्य सलाहकारों की एक समिति ने कोविड की पहली दवा (गोली) के फायदों का समर्थन किया है। इसके साथ ही मर्क कंपनी द्वारा बनाई गई इस दवा के इस्तेमाल की अनुमति मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। उम्मीद है कि जल्द ही अमेरिकावासी इस दवा का इस्तेमाल कर सकेंगे।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की एक समिति के 13 में से 10 सदस्यों ने दवा के खतरों के मुकाबले फायदे के पक्ष में मतदान किया। समिति ने यह सिफारिश दवा के नफा-नुकसान के मुद्दे पर घंटों विमर्श के बाद की है। दवा का समर्थन कर रहे विशेषज्ञों ने इसे गर्भवतियों के लिए नुकसानदेह करार देते हुए उन्हें इसका इस्तेमाल न करने की सलाह दी है। विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि एफडीए को यह बताना चाहिए कि चिकित्सक बहुत सोच-समझकर इस दवा के इस्तेमाल की सिफारिश करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस दवा का इस्तेमाल वैसे वयस्क कर सकते हैं जिनमें कोविड के हल्के या मध्यम लक्षण हैं और जो बड़े खतरे का सामना करते हैं। इसका इस्तेमाल बुजुर्गों के साथ-साथ मोटापा और अस्थमा के मरीज भी कर सकते हैं। हालांकि, ज्यादातर विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकृत लोगों पर इस दवा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। चूंकि, ऐसे लोग अध्ययन का हिस्सा नहीं थे, इसलिए उन पर दवा के प्रभाव के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। हालांकि, एफडीए समिति की सिफारिशों को मानने के लिए बाध्य नहीं है और वह साल के अंत तक अपना निर्णय ले सकता है।
मर्क ने नए वैरिएंट के खिलाफ भी इस दवा का परीक्षण किया है, लेकिन वह दावे के साथ कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। उसका कहना है कि यह दवा दूसरे वैरिएंट की तरह नए वैरिएंट पर भी कारगर हो सकती है। दवा के पक्ष में मत देने वाले डा. डेविड हार्डी ने कहा, ‘नए वैरिएंट के खिलाफ दवा के कारगर होने का कोई प्रमाण नहीं है। इसलिए, इस्तेमाल के प्रति सतर्क रहना चाहिए।”