अगर आपके लिवर में कभी कोई गंभीर चोट लगी है तो यह आपकी हडि्डयों के लिए भी नुकसानदेह साबित हो सकती है। एक नवीनतम शोध में यह जानकारी सामने आई है। ‘सेल मेटाबोलिज्म” में प्रकाशित इस शोध के मुताबिक लिवर में पुराने घाव से मालिक्यूलर तंत्र छिन्न्-भिन्न् हो जाता है जो हड्डी के नुकसान का कारण बनता है।
चीनी विज्ञान अकादमी के शेनजेन इंस्टीट्यूट आफ एडवांस्ड टेक्नोलाजी (एसआइएटी) के प्रोफेसर चेन डी के नेतृत्व में शोधकर्ताओं की टीम ने यह अध्ययन किया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक लिवर की पुरानी बीमारी से पीड़ित मरीजों की हड्डी में एक खास तरह की बीमारी पैदा हो जाती है, जिसे हेपैटिक ओस्टियोडायस्ट्राफी डिजीज (एचओडी) कहते हैैं। इससे हड्डी को नुकसान पहुंचता है और संरचना भी बिगड़ जाती है। शरीर के मेटाबोलिक केंद्र के रूप में लिवर टिश्यू होमियोस्टेसिस के रखरखाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा बड़ी संख्या में हेपेटिक साइटोकिंस हडि्डयों और दूसरे अंगों को नियंत्रित करते हैं।
लिवर और हड्डी के बीच इस संयोजन को लिवर-बोन एक्सिस कहा जाता है। लिवर की पुरानी बीमारी की वजह दूसरे कारक हो सकते हैैं, जैसे वायरस, अल्कोहल और दवा का सेवन। लिवर-बोन एक्सिस के चलते इन कारकों का प्रभाव हड्डी के मेटाबोलिजम तंत्र पर पड़ता है।