यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया-लास एंजिलिस हेल्थ साइंस के एक नए अध्ययन के अनुसार हमारा दिमाग एकल के बजाय स्मृतियों के समूह को रिकार्ड करता है। इसलिए, एक महत्वपूर्ण स्मृति को याद करने से व्यक्ति उस दौर के अन्य लोगों को याद करने के लिए प्रेरित हो सकता है। लेकिन, उम्र बढ़ने के साथ दिमाग यादों को जोड़ने की क्षमता खो देता है। अब शोधकर्ताओं ने यादों को जोड़ने के लिए जिम्मेदार एक प्रमुख आणविक तंत्र की खोज की है। पत्रिका नेचर में प्रकाशित अध्ययन निष्कर्ष मध्यम आयुवर्ग में मानव स्मृति को मजबूत करने और डिमेंशिया की प्रारंभिक अवस्था में रोकथाम के नए तरीके का सुझाव देता है। यूनिवर्सिटी के डेविड गेफेन स्कूल आफ मेडिसिन में न्यूरोबायोलाजी व मनोचिकित्सा के प्रोफेसर अलसीनो सिल्वा के अनुसार, ‘हमारी यादें हमसे जुड़ी घटनाओं का एक बड़ा हिस्सा हैं। संबंधित अनुभवों को जोड़ने की क्षमता हमें दुनिया में सुरक्षित रहना और कार्यों का संचालन करना सिखाती है।” शोधकर्ताओं ने सीसीआर-5 नामक जीन पर ध्यान केंद्रित किया, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को एचआइवी संक्रमित करने और एड्स के मरीजों में स्मृतिलोप की समस्या के लिए जिम्मेदार है। स्मृतिलोप के शिकार चूहों पर अध्ययन के दौरान जब विज्ञानियों ने सीसीआर-5 जीन को हटा दिया, तो वे यादों को जोड़ने में फिर से सक्षम हो गए। प्रयोग के दौरान वर्ष 2007 में एचआइवी के इलाज के लिए अनुमति प्राप्त दवा मारविरोक का इस्तेमाल किया गया, जिसने चूहों के दिमाग के सीसीआर-5 जीन को दबा दिया।