देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने सरकार से उस प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने को कहा है, जिसमें उसने यात्री वाहनों में छह एयरबैग की अनिवार्यता की बात कही है। कंपनी ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो संकट के दौर से गुजर रहे छोटी कारों का बाजार बुरी तरह प्रभावित होगा। इतना ही नहीं आटो सेक्टर में रोजगार पर संकट खड़ा होगा। कंपनी का मानना है कि अगर सरकार ने यह कदम उठाया तो इंट्री लेवल कारों का मार्केट बुरी तरह प्रभावित होगा। यह कार बाजार पहले से ही व्यवधानों से जूझ रहा है और पिछले तीन सालों से इस सेक्टर की बिक्री लगातार कम हो रही है। इस कदम से उन दोपहिया वाहनों के लिए भी मुश्किल खड़ी होगी जो पहली बार कार खरीदना चाहते हैं। बता दें कि इस साल की शुरुआत में परिवहन मंत्रालय ने कहा था कि वह ऐसे वाहनों के लिए अक्टूबर से छह एयरबैग अनिवार्य करने जा रहा है, जिसमें आठ लोग बैठ सकते हैं। कंपनी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि बीएस 6 सहित पिछले कुछ सालों में लागू किए गए नियमों के चलते इंट्री लेवल कार की कीमत पहले ही काफी बढ़ चुकी है। गैर मेट्रो शहरों में छोटी कारों की बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई है। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि छह एयरबैग का नियम कारों की कीमत को और बढ़ाएगा और इससे घरेलू छोटी कारों का बाजार प्रभावित होगा।