दुर्ग रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान लोको पायलट हादसे का शिकार हो गया। मौके पर ही लोको पायलट की मौत हो गई। जीआरपी दुर्ग ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक लोको पायलट रेलवे के डोंगरगढ़ लाबी का स्टाफ था।
दुर्ग जीआरपी के मुताबिक गणपति बिहार पोटिया रोड बोरसी दुर्ग निवासी हीरा लाल साहू 46 वर्ष रेलवे में लोको पायलट के पद पर कार्यरत था। वह ट्रेन से डोंगरगढ़ जाने के लिए दुर्ग स्टेशन पहुंचा। घटना के समय पुरी अहमदाबाद एक्सप्रेस दुर्ग स्टेशन से उसी समय छूट रही थी। इस दौरान हीरा लाल साहू ने यात्री डिब्बे में चढ़ने का प्रयास किया। यात्री डिब्बे के हैंडल से उसका हाथ स्लिप हो गया और वह सीधे नीचे गिर गया। प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों को उस समय इसका पता ही नहीं चल पाया। जब पूरी ट्रेन गुजर गई तब उन्होंने देखा कि पटरी पर लोको पायलट का शव दो टुकड़ों में बटा पड़ा था।
जीआरपी के मुताबिक पंचनामा कार्रवाई के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया एवं परिजनों को शव सौंप दिया गया। मृतक घटना के समय ड्यूटी पर जाने के लिए ही निकला था।