मुंबई- महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर 25 अक्टूबर से अनशन कर रहे मनोज जरांगे ने गुरुवार (2 नवंबर) को अनशन खत्म कर दिया। मनोज ने सरकार को 2 जनवरी 2024 तक का समय दिया है। इसके पहले रिटायर्ड जज सुनील शुक्रे, एमजी गायकवाड़ ने मनोज से मुलाकात की। उन्होंने मनोज को बताया कि सरकार स्थायी आरक्षण देने के लिए कानूनी तौर पर क्या करेगी। इसके बाद 4 मंत्रियों धनंजय मुंडे, संदीपान भुमरे, अतुल सावे, उदय सामंत के एक प्रतिनिधिमंडल ने जरांगे से मुलाकात कर भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की। उन्होंने भी स्थायी मराठा आरक्षण देने का वादा किया। इसके बाद मनोज जरांगे ने अनशन खत्म करने की घोषणा की। कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि विधानमंडल सत्र 7 दिसंबर से शुरू होगा। इस सत्र में 8 दिसंबर को मराठा आरक्षण पर चर्चा की जाएगी। जरांगे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समुदाय को स्थायी आरक्षण देने का वादा किया है।उन्होंने इसके लिए कुछ समय मांगा है। हम सबकी दिवाली मीठी बनाने के लिए सरकार को समय देंगे। अगर सरकार तय समय में आरक्षण नहीं देगी तो हम मुंबई में आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक मराठा आरक्षण नहीं मिल जाता वे अपने घर में प्रवेश नहीं करेंगे। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है। 14 दिन में 27 लोग जान दे चुके हैं। 1 नवंबर को भी हिंगोली जिले में 2 लोगों ने सुसाइड की। मनोज जारांगे पिछले 9 दिन से भूख हड़ताल पर हैं। एक दिन पहले उन्होंने पानी पीना भी छोड़ दिया है।