केंद्र की मोदी सरकार ने प्याज की बढती कीमत से सबक लेते हुए इस पहले से ही तैयारी कर ली है। सरकार ने कीमतें बढ़ने की आशंका के बीच इसके निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगा दिया है। इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। इस साल दावा किया जा रहा था कि सितंबर में प्याज की कीमतों में और उछाल आ सकता है। इसकी कीमत 50 रुपये से 60 रुपये तक होने की संभावना जताई जा रही थी। इससे पहले टमाटर की कीमतें अब जाकर कहीं कम होने लगी हैं।
प्याज की कीमतें बढ़ने की आशंका के मद्देनजर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगने से यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता बनी रहे. घरेलू बाजार में पर्याप्त उपलब्धता बनी रहने से प्याज की कीमतें बेकाबू होने का कम जोखिम रहेगा। वहीं इसके अलावा सरकार घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बफर स्टॉक से भी प्याज निकलने वाली है।