पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के हवाले से एक टीवी एंकर ने तत्कालीन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमलएल-एन) सरकार पर नौ अरब डालर की हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाए हैैं। दावा है कि यह राशि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) में प्रारंभिक चीनी निवेश 19 अरब डालर का हिस्सा थी। हालांकि, जनरल बाजवा के एक करीबी ने इन दावों को बकवास करार दिया है। वहीं, एआरवाई टीवी चैनल के एंकर के इस दावे ने पाकिस्तान में सनसनी पैदा कर दी है। कुछ पत्रकारों ने इंटरनेट मीडिया पर टाक शो का वीडियो साझा करते हुए सवाल उठाए हैैं।
एआरवाई टीवी चैनल के एंकर द्वारा एक टाक शो में किए गए इस दावे से लोग चकित हैैं और इंटरनेट मीडिया के जरिये इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन (आइएसपीआर) के महानिदेशक से इसकी सत्यता की पुष्टि की मांग कर रहे हैैं। द न्यूज ने जब इस संबंध में सेना के सूत्रों से संपर्क किया तो जनरल बाजवा के एक करीबी ने एंकर के दावे को बकवास करार दिया।
एंकर ने अपने हालिया शो में दावा किया था कि जनरल बाजवा ने दो लोगों की मौजूदगी में उनसे चीनी निवेश से नौ अरब डालर की हेराफेरी किए जाने की बात कही थी। जनरल बाजवा ने कथित तौर पर कहा था कि यह हेराफेरी तब हुई थी, जब केंद्र में नवाज शरीफ व पंजाब प्रांत में उनके भाई शहबाज शरीफ की सरकार थी। शहबाज जहां इस समय प्रधानमंत्री हैैं, वहीं पंजाब सरकार के मुखिया उनके बेटे हमजा हैैं। एंकर ने दावा किया कि उसने जनरल बाजवा से इस मामले में किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर सवाल किया। दावा है कि सेना प्रमुख ने कहा कि चीन के पास प्रमाण तो थे, लेकिन वह उन्हें सार्वजनिक तौर पर साझा करने में संकोच करता रहा।