नेपाल की राजधानी काठमांडू से पर्यटन नगरी पोखरा जा रहा एक यात्री विमान रविवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार पांच भारतीयों समेत 68 लोगों की मौत हो गई। यति एयरलाइंस का दो इंजन वाला एटीआर 72 विमान लैंडिग से चंद मिनट पहले पहाड़ी से टकराकर आग के गोले में तब्दील हो गया। विमान का काफी हिस्सा सेती नदी के तट पर जा गिरा। दुर्घटनाग्रस्त विमान में 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। हादसे की वजह विमान में तकनीकी खराबी बताई जा रही है। विमान में 15 विदेशी नागरिक भी सवार थे। विमान में पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई के अलावा आस्ट्रेलिया, फ्रांस, अजेंटीना, इजराइल के एक-एक नागरिक सवार थे।
यह तीन दशकों में नेपाल में हुई सबसे बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले 1992 में काठमांडू के रास्ते में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार सभी 167 लोगों की मौत हो गई थी। घटना की जांच के लिए नेपाल सरकार ने पांच सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है। इसके अलावा नेपाल में 16 जनवरी को एक दिन का राष्ट्रीय श्ाोक घोषित किया गया है। उधर, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विमान दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक जताया है।
नागर विमानन प्राधिकरण नेपाल (सीएएएन) ने बताया कि विमान ने काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सुबह 10:33 पर उड़ान भरी थी। उतरने से कुछ समय पहले पोखरा में पुराने हवाई अड्डे और नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी के तट पर ये विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सीएएएन की सर्च एंड रेस्क्यू कोआर्डिनेशन कमेटी के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक दुर्घटनास्थल से 68 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि चार और शवों को बरामद करने के प्रयास जारी हैं। येती एयरलाइंस के एक अधिकारी ने बताया कि पांच भारतीयों की पहचान अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27), सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल (35) के रूप में हुई है। सोनू वाराणसी के रहने वाले थे। यति एयरलाइंस के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने कहा कि अभी तक किसी के जीवित बचने की कोई सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि पोखरा में मौसम बिल्कुल ठीक था और विमान का इंजन भी अच्छी स्थिति में था। उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि आखिर हवाई जहाज को हुआ क्या ?
इस बीच नेपाल पुलिस ने बताया कि विमान में लगी आग पर काबू पाने के लिए बेहद मुश्किल आई, क्योंकि दमकल उस खाई तक नहीं पहुंच सकी जहां दुर्घटना हुई थी। सर्च अभियान देर शाम रोक दिया गया। अब सोमवार सुबह फिर से शुरू किया जाएगा।
नेपाल का एयरलाइन व्यवसाय सुरक्षा संबंधी चिंताओं और कर्मचारियों के अपर्याप्त प्रशिक्षण से जूझ रहा है। अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की सुरक्षा चिंताओं के बाद यूरोपीय संघ ने 2013 में नेपाल को उड़ान सुरक्षा ब्लैकलिस्ट में डाल दिया था।
एक जनवरी, 2023 को हुआ था पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन
नेपाल में पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन दो सप्ताह पहले देश्ा के नवनियुक्त प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल “प्रचंड” द्वारा किया गया था और इसका निर्माण्ा चीन की सहायता से किया गया था। इसके लिए चीन ने कम ब्याज दर पर 21.59 करोड़ डालर का ऋण दिया था। अन्नपूर्णा पर्वत श्रृंखला की पृष्ठभूमि में निर्मित हवाई अड्डे का आधिकारिक उद्घाटन एक जनवरी, 2023 को किया गया था। यह महत्वपूर्ण परियोजना चीन के “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव” (बीआरआई) सहयोग का हिस्सा थी।
72 सीटर विमान काठमांडू से 205 किलोमीटर दूर पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हुआ
10: 33 पर सुबह विमान ने काठमांडू हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी
25 मिनट है काठमांडू और पोखरा के बीच उड़ान का समय
10: 53 पर विमान पहाड़ी से टकराकर दुर्घटना हुआ
15 साल पुराना था विमान, फ्लाइट ट्रैकिग वेबसाइट फ्लाइट रडार 24 ने किया दावा