मेडिकल की पढ़ाई के लिए अब अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं होगी। अब किसी भी उम्र में मेडिकल की पढ़ाई की जा सकती है। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए होने वाली नीट-यूजी की परीक्षा के लिए अधिकतम उम्र की सीमा खत्म कर दी है। यह फैसला इसी साल से लागू होगा। इसके साथ ही नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन करने वाले नेश्ानल टेस्टिग एजेंसी को इसकी जानकारी छात्रों तक पहुंचाने का निर्देश्ा दिया है।
दरअसल 2017 में सीबीएसई ने नीट-यूजी में बैठने वाले सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए अधिकतम उम्र की सीमा 25 वर्ष और एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों के लिए 30 साल साल निर्धारित की थी। एनएमसी की 21 अक्टूबर को हुई बैठक में इस पर विचार किया गया और सर्वसम्मति से यह फैसला किया कि इसके लिए अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इससे किसी भी कारण्ा से नीट-यूजी की परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाने वाले छात्रों के लिए मेडिकल की पढ़ाई का रास्ता ही बंद हो जाता था। अब कोई भी छात्र किसी भी उम्र में इस परीक्षा के मार्फत मेडिकल में दाखिला ले सकेगा। दरअसल फैसला सरकार की नई श्ािक्षा नीति के अनुरूप भी है, जिसके तहत कालेजों और विश्वविद्यालयों के कोर्स को ज्यादा लचीला बनाया जा रहा है।