कदर करना सिख लो..
ना जिंदगी वापस आती है…
ना जिंदगी में आये हुये लोग…
कई बार तबियत दवा लेने से नहीं
हाल पूछने से भी ठीक हो जाती है
कहने का अर्थ ये है कि जब हम परेशन और हैरान रहते हैं तो किसी के चिंता भरे कुछ सवाल ही हमे एक ऊर्जा दे जाते हैं। अपने लोग हमें ये एहसास दिला कर हमारे मन मे एक सकारात्मक सोच लाते हैं कि कोई है जो आपकी फिक्र करता है।









