गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले में किए गए उपद्रव के मामले में आरोपित व एक लाख का इनामी कुख्यात लक्खा सिधाना ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के पैतृक गांव मेहराज में रैली की। वह बाइक से रैली स्थल पर पहुंचा और दोपहर एक बजकर 40 मिनट से तीन बजकर 35 मिनट तक रहा, परंतु पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया। लालकिले पर उपद्रव के बाद दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया था और एक लाख का इनाम घोषित किया था।
लक्खा रैली में तो मौजूद रहा ही उसे रैली को संबोधित कर दिल्ली पुलिस को उसे गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी। हालांकि, दिल्ली पुलिस का कोई कर्मचारी उसे गिरफ्तार करने नहीं पहुंचा था, परंतु मौके पर मौजूद पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने भी लक्खा को गिरफ्तार नहीं किया। इस दौरान लक्खा ने तीन कृषि सुधार कानूनों को रद करने की मांग की और युवाओं से 26 फरवरी को दिल्ली आंदोलन के कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर शामिल होने की अपील की।
लक्खा ने कहा कि वह संयुक्त किसान मोर्चा से अलग होकर कोई एजेंडा लेकर नहीं चला है। किसान संगठनों के कार्यक्रम के अनुसार ही युवा दिल्ली पहुंचे थे, इसलिए यह रैली की गई है। उसने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस किसान, मजदूर या किसी युवा को गिरफ्तार करने किसी गांव में आती है तो गांव के गुरुद्वारा साहिब से अनाउंसमेंट करवाकर दिल्ली पुलिस का घेराव किया जाए।
लक्खा ने मुख्यमंत्री की तरफ इशारा कर कहा कि अगर पंजाब पुलिस, दिल्ली पुलिस का सहयोग करती है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर कैप्टन अमरिदर सिह की होगी। कैप्टन को ही इस पर जवाब देना होगा। इस दौरान मंच पर गर्मख्यालियों का कब्जा रहा। जगतार हवारा के पिता, दल खालसा के कंवरपाल सिंह, बाबा हरदीप सिंह मेहराज, पूर्व गैंगस्टर कुलबीर नरुआणा के अलावा मनधीर सिह, तलविदर सिह तलवाड़ा, हरदीप सिह डिबडिवा, सिख प्रचारक हरजिदर सिह मांझी, बलजिदर परवाना, गायक भाना सिद्धू, युद्धवीर माणक, याद ग्रेवाल, लोक संग्राम मंच की सुखविदर कौर, जग्गी बाबा, सुखविदर पीपी, कृष्ण लाल, पत्रकार मनदीप पूनिया, नवदीप हरियाणा, लोक अधिकार लहर से रुपिदर सिद्धू ने भी रैली को संबोधित किया।
उधर, चंडीगढ़ में 20 फरवरी को हुई किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने दिल्ली पुलिस को चुनौती देते हुए कहा था कि वह किसान नेता रूल्दू सिंह मानसा को गिरफ्तार करके दिखाए। यह बैठा है स्टेज पर। हम बिलों में छिपकर नहीं बैठते। खुलकर लोगों में रहते हैं। याद रहे कि दिल्ली पुलिस ने जिन किसान नेताओं पर केस दर्ज किए हैं, उनमें किसान नेता रूल्दू सिंह मानसा भी शामिल हैं।