रायपुर। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जांच में वृद्धि करने के लिए कहा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि गाईड लाइन का सख्ती के साथ पालन किया जाए। कोरोना मरीजों के बचाव एवं उपचार और संक्रमण की रोकथाम में प्रशासन जुटा है। जिलों व दूरस्थ अंचलों में ब्लाक स्तर पर स्थित कोविड सेटरों मे ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि मरीजो की जान बचाई जा सके।
राज्य सरकार लोगों को संक्रमण से बचाने जिला स्तर पर आरटी-पीसीआर लैब स्थापित करने में जुटी है, ताकि कोरोना का टेस्ट भी हो सके। ग्रामीण कोरोना संक्रमित मिले थे, जिला प्रशासन द्वारा इलाज की त्वरित व्यवस्था से संक्रमित लोगों अब स्वस्थ्य होने लगे हैं। कोरोना संक्रमित गंभीर मरीज जिन्हे ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता है उनके लिए जनपद पंचायत फिंगेश्वर और जनपद पंचायत छुरा के पदाधिकारियों ने अपनी ओर से 47 ऑक्सीजन सिलेंडर स्थानीय कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध कराया है। मुंगेली जिलें भी कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए जिले में 4 कोविड केयर सेंटर स्थापना की गई है। इनमें जिले के ग्राम रामगढ़ मुंगेली में संचालित अनुसूचित जाति बालिका छात्रावास में 50 बिस्तर, विकास खण्ड लोरमी के ग्राम सारधा में संचालित आईटीआई में 100 बिस्तर और विकासखण्ड मुख्यालय पथरिया में संचालित अनुसूचित जाति बालक छात्रावास तथा सरगांव में संचालित कस्तूरबा गांधी हायर सेकेण्डरी स्कूल में 90 बिस्तर की कोविड केयर सेंटर स्थापित की गई है।