
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ-साथ पूरे देश में आक्रोश है। केंद्र सरकार ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। राज्यों में मृतकों की पार्थिव देह पहुंच रही है। वहां उनके अंतिम संस्कार कराए जा रहे हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर की यात्रा न करने की सलाह दी है। इसमें कहा गया है कि पहलगाम में एक आतंकी हमले के बाद भारत के कई शहर हाई अलर्ट पर हैं। अमेरिकी नागरिकों को याद दिलाया जाता है कि विदेश विभाग ने जम्मू और कश्मीर के लिए यात्रा न करने की सलाह जारी की है। इसमें कहा गया है कि जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी हमले और हिंसक नागरिक अशांति संभव है। इस राज्य की यात्रा न करें (पूर्वी लद्दाख क्षेत्र और इसकी राजधानी लेह की यात्राओं को छोड़कर)। इस क्षेत्र में हिंसा छिटपुट रूप से होती है और भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आम है। यह कश्मीर घाटी के पर्यटन स्थलों: श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम में भी होती है। भारत सरकार विदेशी पर्यटकों को एलओसी के साथ कुछ क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं देती है। अमेरिकी सरकारी कर्मियों के जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया ।
पाकिस्तान में डर का माहौल
भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में डर का माहौल है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आज नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक बुलाई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने सोशल मीडिया पर ये जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की सेना ने युद्धाभ्यास भी शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने एक बार फिर गीदड़भभकी दिखाते हुए पाकिस्तान के पास एटमी बम होने की बात कही है।