
यूनिवर्सिटी कालेज लंदन के एक नए शोध में पता चला है कि बच्चे की शैक्षणिक सफलता उनके माता-पिता के जीन पर निर्भर करती है। ‘द अमेरिकन जर्नल आफ ह्यूमन जेनेटिक्स” में प्रकाशित यह अध्ययन बताता है कि विरासत में मिले जीन व्यक्ति की शैक्षणिक उपलब्धियों में सबसे ज्यादा योगदान देते हैैं। विरासत में नहीं मिलने वाले जीन भी माता-पिता के शैक्षणिक स्तर को आकार देते हैैं और बाद में वे भी जीवनशैली और पारिवारिक माहौल को प्रभावित करते हैैं। बच्चे स्वभाव (विरासत में मिले जीन) व प्रकृति (जिस माहौल में उनका लालन-पालन होता है) की वजह से अपने माता-पिता से मेल खाते हैैं। माता-पिता अपने आधे जीन बच्चों को प्रदान करते हैैं, जबकि आधे नहीं करते। ये जीन माता-पिता की विशेषताओं से प्रभावित होते हैैं और बच्चों को प्रभावित करते हैैं। उदाहरण के लिए, जिन माता-पिता में सीखने की प्रवृत्ति अधिक होती है, उनके बच्चों में यह स्वत: अग्रसारित हो जाती है। नए शोध के लिए विज्ञानियों ने 12 देशों में प्रकाशित शोध पत्रों का अध्ययन किया। उन्होंने लाखों जेनेटिक वैरिएंट के प्रभावों के मूल्यांकन के लिए पालीजेनिक स्कोरिंग प्रणाली के माध्यम से करीब 40 हजार माता-पिता व बच्चों के जोड़ों की शैक्षणिक उपलब्धियों पर गौर किया।










