सरकार को पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट की दर पंजाब के पड़ोसी राज्यों के बराबर करने की मांग की गई है। साथ ही धमकी दी है कि अगर ऐसा नहीं किया तो 22 नवंबर से पेट्रोल पंप बंद कर दिए जाएंगे। यह धमकी पंजाब पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन (पीपीडीए) ने दी है।
एसोसिएशन का आरोप है कि पंजाब में बायो डीजल के नाम पर बेस आयल, केमिकल आयल, इंडस्ट्रियल ग्रेड उत्पाद मोबाइल वैन से अवैध ढंग से बेचे जा रहे हैं। इससे न केवल उन्हें वित्तीय खमियाजा भुगतना पड़ रहा है, बल्कि सरकारी राजस्व को भी करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके बावजूद राज्य सरकार खामोश बैठी हुई है।
एसोसिएशन के महासचिव राजेश कुमार ने कहा कि पहले सरकार को नोटिस भेजा जाएगा। सात नवंबर से 15 दिन के लिए केवल एक शिफ्ट में पेट्रोल पंप खोले जाएंगे। इसके बाद भी अगर मांग नहीं मानी गई तो पूरी तरह से बंद कर दिए जाएंगे। एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप सहगल ने कहा कि कुछ समय से ईंधन को घर पर पहुंचाने की सेवा शुरू कर दी गई थी। यह सेवा उन भारी भरकम मशीनों या गाड़ियों के लिए मान्य है जो पेट्रोल पंप तक नहीं पहुंच सकती हैं। परंतु सरकारी और ओएमसी आदेशों की धज्जियां उड़ा कर इसकी पहुंच यात्री और कृषि गाड़ियों व मशीनरी तक की जा रही है। इससे पंप मालिकों को नुकसान हो रहा है। एसोसिएशन ने सरकार को सुझाव देते हुए मांग की है कि मोबाइल वैन से बिना लाइसेंस डीजल खरीद करने वाले व्यक्ति और संस्थान के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।