राजस्थान के पूर्व उपमुख्मंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस आलाकमान से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तीखा हमला बोला। उन्होंने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस तो नहीं किया, लेकिन दूसरे माध्यम नेतृत्व के खिलाफ जमकर भडास निकाली।
सचिन ने आरोप लगाया कि मुझे राजस्थान में काम करने नहीं दिया गया। मेरे पास किसी भी परियोजना से जुड़ी फाइलें नहीं आती थीं। उन्होंने कहा कि मैंने देशद्रोह कानून हटाने की मांग की, लेकिन उसे मेरे ही खिलाफ प्रयोग किया गया। कैबिनेट कांग्रेस की बैठक का आयोजन महीनों तक नहीं किया गया। गहलोत जी के सामने इन सभी मुद्दों को रखा। कांग्रेस के भीतर बातचीत का मौका नहीं दिया गया। ऐसा पद होने का कोई फायदा नहीं है, जब मैं जनता को किए वादे पूरे ना कर सकूं। मैंने पांच साल तक कड़ी मेहनत की, ताकि कांग्रेस की सत्ता में वापसी हो। उन्होंने कहा कि लेकिन जब कांग्रेस सत्ता में आई तो उसने कोई भी वादा पूरा नहीं किया।
सचिन पायलट ने कहा कि मुझपर आरोप लग रहे हैं कि भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराना चाहता हूं। यह पूरी तरह गलत है। मैं अपनी ही पार्टी के खिलाफ ऐसा काम क्यों करूंगा। मैं अभी भी पार्टी में हूं। आगे के कदम के लिए समर्थकों के साथ बातचीत करूंगा। राजस्थान की जनता के लिए काम करना जारी रखूंगा।