पत्थलगांव । एक मां बाप की सूनी आंखे आज भी अपनी चार साल की अबोध बालिका को ढूंढ रही हैं। पुलिस की लापरवाही के कारण आठ माह बीतने के बाद भी रूचिका भारद्वाज का कही पता नहीं लग सका। बताया जाता है कि उस दौरान के तत्कालिक थाना प्रभारी ने शिकायत दर्ज होने के बाद बालिका को खोजने में कोई रूचि नहीं दिखाई,जिसके कारण रूचिका आठ माह बाद भी अपने मां बाप से कोसों दूर हो चुकी है। अपनी अबोध बालिका को खोजने की गुहार अभागे मां-बाप ने पत्थलगांव पुलिस के अलावा पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस अधीक्षक,प्रदेश के सी.एम के अलावा गृहमंत्री तक पहुंचाई,परंतु सभी जगह से मां-बाप को निराशा ही हाथ लगी। अब उनका मानना है कि बच्ची को खोजने में पुलिस ने काफी देर कर दी,जिसके कारण अब उन्हे उसके साथ अनहोनी की घटना हो जाने का खतरा सामने दिखने लगा है। दरअसल लगभग आठ माह पूर्व 24 जून 2020 को महादेव टिकरा के श्याम भारद्वाज की चार साल की पुत्री रूचिका भारद्वाज अचानक अपने घर के सामने खेलते-खेलते कही लापता हो गयी थी। उस दौरान परिवार वालों के साथ महादेव टिकरा के लोगों ने अपने तरीके से बच्ची की खोज की,परंतु उसका कही पता नहीं चल सका। दूसरे दिन परिवार वालों ने यहां के थाने में बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी,परंतु हर मामले की तरह पुलिस ने इस मामले में भी देर कर दी। पुलिस ने बच्ची को तत्काल ढूंढने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी,जिसके कारण मामला बिगड़ते चला गया और बच्ची कानून की हद से काफी दूर निकल गयी।
माता-पिता ने कई बार थाने में की शिकायत
इस मामले की शिकायत मां बाप ने अनेक बार थाने में आकर की,परंतु पुलिस की लापरवाही के कारण बच्ची को आज तक ढूंढा नहीं जा सका। बच्ची के मां बाप अब वापस बच्ची को पाने की उम्मीद छोड़ते जा रहे हैं,परंतु उनके कानो में अब भी सूने आंगन के बीच रूचिका की किलकारी सुनायी देती है।।
थाने का हुआ था घेराव
रूचिका भारद्वाज के लापता होने एवं उस दौरान के थाना प्रभारी द्वारा मामले में अपनी गंभीरता ना दिखाने को लेकर महादेव टिकरा के अलावा आस-पास के क्षेत्र से सैकड़ों लोगों ने पुलिस कार्यवाही के खिलाफ थाने का घेराव किया था,परंतु उसके बाद भी थाना प्रभारी ने अपने कार्यों की कोताही को अपने से दूर नहीं किया। लिहाजा एक के बाद एक तारीखें पार होती गईं और रूचिका भारद्वाज परिवार के साथ-साथ कानून की हद से भी दूर निकलते चली गयी। रूचिका भारद्वाज के परिवार वाले आज भी पुलिस की कार्यप्रणाली को कोसते नजर आते हंै। उनका मानना है कि पुलिस शिकायत के बाद जरा भी दिलचस्पी दिखाकर बच्ची को ढूंढने का प्रयास करती तो उनकी अबोध बालिका आज उनकी आंखों से इस तरह दूर नही ंचली जाती।।
इनाम की घोषणा
पुलिस से जब रूचिका भारद्वाज का मामला नहीं सुलझा तो परिवार वालों ने इस मामले में सी.बी.आई जांच की भी मांग की। उन्होंने जशपुर प्रवास के दौरान सी.एम को सी.बी.आई जांच के लिए एक ज्ञापन सौंपा। उसके अलावा प्रगतिशील सतनामी समाज की ओर से बच्ची को ढूंढकर लाने वाले व्यक्ति को हजारों रुपए नगद इनाम देने की भी घोषणा की,परंतु उसके बाद भी आज तक बच्ची का कही पता नहीं चल सका। उस दौरान के तत्कालिक टी.आई एक बार थाना छोड़कर दोबारा फिर यही आकर डट गये हैं,परंतु शायद वे अपने ही कार्यकाल के इस अनसुलझे मामले को सुलझाने मे कोई रूचि नहीं दिखा रहे।।
इनका कहना है
-मामले की जांच की जा रही है,महत्वपूर्ण सुराग अब तक पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है। मुखबिरों को भी इस मामले में जोड़ कर विवेचना की जा रही है।।
बालाजी राव सोमावार-जिला पुलिस अधीक्षक-जशपुर ….