
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार में गुटबाजी की बात कर प्रदेश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। भूपेश ने कहा कि गृहमंत्री विजय बघेल और मंत्री दयालदास बघेल के बीच बात नहीं होती है। इस पर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पहले अपने गिरेबान में झाँक कर देखे।
बालौदाबाजार घटना के बाद भाजपा सरकार ने न्यायिक जाँच की घोषणा कर दी है। साथ ही बीजेपी और कांग्रेस ने भी जाँच समिति बनाई है। दोनों दलों की जाँच कमेटी अपनी-अपनी रिपोर्ट पार्टी का सौपेंगे। दोनों दलों की जांच समिति घटनास्थल का दौरा कर लौट चुकी है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने घटना को लेकर कहा कि विष्णुदेव साय बात करते तो कोई न कोई रास्ता निकल आता। लेकिन, न तो मुख्यमंत्री के पास वक्त है न ही इनके मंत्रियों के पास। उन्होने अपने ट्वीट में लिखा कि विजय शर्मा और मंत्री दयालदास बघेल के बीच बातचीत नहीं हो रही। दोनों एक-दूसरे की बात नहीं सुनते हैं। अगर बातचीत होती तो ये घटना नहीं होती।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के गुटबाजी वाले ट्वीट को लेकर् उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि कांग्रेस पहले अपने गिरेबान के झाँककर देखे फिर दूसरे पर खिचड़ उछाले। उन्होंने कहा कि बालौदाबाजार घटना पर कांग्रेस को राजनीति नहीं करनी चाहिए। वही, गृहमंत्री विजय शर्मा ट्वीट कर लिखा कि, दयालदास मेरे बड़े भाई हैं। मैं उनके चुनाव प्रचार के लिए जाता रहा हूं, लेकिन भूपेश बघेल को मंत्रियों के वैसे ही संबंध याद रह गए हैं जैसे उनके और टीएस सिंहदेव या जयसिंह अग्रवाल के बीच थे। इस पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने रिट्वीट कर लिखा है कि तीर लगा निशाने पर…