छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी सियासी तकरार जारी है। अब तक प्रदेश में मुद्दों को लेकर लगातार सियासत होती रही है। मगर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ट्वीट के बाद प्रदेश में प्रधानमंत्री चेहरे पर सियासत शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल साइट एक्स पर एक ट्वीट कर लिखा कि रायबरेली के लोग सिर्फ़ लोकसभा सदस्य नहीं चुन रहे हैं, बल्कि स्व. इंदिरा गांधी जी के बाद अब प्रधानमंत्री चुनने जा रहे हैं। भूपेश बघेल के ट्वीट के बाद अब इस मुद्दे पर पूरे देश में चर्चा छिड़ चुकी है। वहीं, बीजेपी इस पर तंज कस रही है। मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि इन सब की मति मारी गई है कि इनको भविष्य का प्रधानमंत्री दिख रहा है। इन्होंने प्रधानमंत्री पद का मजाक बनाकर रखा है। इनके किसी नेता को देख कर ऐसा लगता है की वे प्रधानमंत्री बनने के लायक हैं।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस में ना दूल्हा है ना बराती, प्रत्याशी चुनाव छोड़ कर भाग रहे हैं। कांग्रेस अभी नेता प्रतिपक्ष चुनने की स्थिति में नहीं है, प्रधानमंत्री तो बहुत दूर की बात है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव के बयान के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री के चेहरों को लेकर हुई लंबी चर्चा पर कांग्रेस ने सीधा निशाना साधा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि अरुण साव छत्तीसगढ़ में दूल्हा बनने चले थे। शेरवानी भी सिलवा लिए लेकिन दूल्हा नहीं बन पाए।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायबरेली में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। राहुल गांधी चुनाव मैदान में होने की वजह से प्रदेश का चुनाव खत्म होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने कमान रायबरेली में सम्हाली है। ऐसे में जनता को साधने के लिए हर कवायद की जा रही है, जिसमें एक कवायद के रूप में भावी प्रधानमंत्री की भी बात कही जा रही है।