झीरम घाटी हत्याकांड की बरसी है ऐसे में प्रदेश की राजनीती में एक बार फिर झीरम घाटी हत्याकांड की गूँज सुनाई दे रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक बयान ने इस जघन्य हत्याकांड के ज़ख्मों को फिर उकेर दिया है। सीएम ने झीरम कांड को लेकर एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एनआईए न तो जांच कर रही है और न ही राज्य सरकार को जांच करने दे रही है।
सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि झीरम मामले में कुछ तो ऐसा है, जो भाजपा छिपा रही है। भाजपा के आरोपों पर सीएम कह रहे हैं कि हमारे पास सबूत हैं मगर दें किसको ? सबूत उस एनआईए को दें, जिसने झीरम कांड के जीवित लोगों से पूछताछ तक नहीं की। जब राज्य सरकार ने खुद जांच का प्रयास किया, तो एनआईए कोर्ट चली गई। आखिर इस मामले में भाजपा को किस बात का डर है।
वहीं सीएम के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने पलटवार किया है। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने ट्वीट किया कि सीएम के लिए झीरम केवल एक राजनैतिक विषय है, और सीएम ऐसा बयान देकर प्रभावित कांग्रेस परिवारों का शोषण कर रहे हैं। अजय चंद्राकर ने यह भी कहा कि आपकी जेब में जो सबूत हैं वो सार्वजनिक कीजिए। साथ ही अजय चंद्राकर ने कवासी लखमा की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं।