अमेरिका के दिवालिया होने का खतरा बढ़ गया है। संसद से कर्ज की मंजूरी हासिल करने की कोशिश में जुटे राष्ट्रपित जो बाइडेन की एक और कोशिश नाकाम हो गई है। दरअसल, बाइडेन ने हाउस स्पीकर कैविन मैक्कार्थी से लंबी बातचीत की, लेकिन मसले का हल नहीं निकल सका।
अब बाइडेन प्रशासन के पास अब महज 10 दिन हैं। इस दौरान उन्हें हर सूरत में रिपब्लिकन पार्टी को मनाकर नए कर्ज के लिए बिल पास कराना होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सरकार किसी तरह के नए भुगतान नहीं कर सकेगी। तकनीकी तौर पर इसे आप दिवालिया होना कह सकते हैं।
डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन की सियासी तनातनी का असर अमेरिकी शेयर मार्केट पर भी पड़ सकता है। इन्वेस्टर्स के जेहन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। कैश फ्लो कम होने का खतरा भी है। बाइडेन और मैक्कार्थी की बातचीत भले ही किसी नतीजे पर न पहुंची हो, लेकिन मीडिया के सामने दोनों यही कहते रहे कि वक्त रहते इस मुश्किल का हल निकाल लिया जाएगा।