जगदलपुर। सुकमा के केरलापाल थाने से अच्छी खबर सामने आ रही है। अपने जीवन को समय करने और मुख्य धारा से जुड़ने के लिए नक्सली समर्पण की राह पर चल रहे हैं। इस बीच तीन नक्सलियों ने बिना हथियार आत्मसर्मपण किया।
जिला सुकमा में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े 3 नक्सली ने हथियार छोड़ने का फैसला लिया है। इनमे कलमू गंगा (जनमिलिशिया सदस्य) (35) बड़़ेसट्टी दुरमापारा थाना फुलबगड़ी जिला सुकमा, कलमू मासा (जनमिलिशिया सदस्य) (34) बड़ेसट्टी पटेल पारा थाना फुलबगड़ी जिला सुकमा, रवा देवा (जनमिलिशिया सदस्य) (26) बड़ेसट्टी स्कूलपारा थाना फुलबगड़ी जिला सुकमा ने थाना केरलापाल में परमेश्वर तिलकवार पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा, निशांत पाठक, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स, योगेन्द्र यादव सहायक कमांडेन्ट 2 वाहिनी सीआरपीएफ के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
बता दें कि आत्मसमर्पित नक्सली कलमू गंगा वर्ष 2020 में बड़ेसट्टी के स्वास्थ्य केन्द्र की तोडफ़ोड़ व पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने की घटना मे शामिल रहा। घटना के संबंध में थाना फुलबगड़ी में धारा 147, 148, 149, 307 भादवि. 25, 27 आर्म्स एक्ट, 3 लोक संपत्ति नुकसानी अधिनियम प्रकरण पंजीबद्ध है। प्रकरण में न्यायालय सुकमा के द्वारा वारंट जारी किया गया था।