भारतीय नौसेना के 22वें मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन को उसकी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने एक दुर्लभ सम्मान ‘प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड” से सम्मानित किया। इस स्क्वाड्रन ने 1971 की लड़ाई में कराची बंदरगाह पर बमबारी की थी और पाकिस्तानी नौसेना के युद्ध पोत को डुबो दिया था।
नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि ‘किलर्स” नाम से प्रसिद्ध ‘मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन” के गठन को इस साल 50 वर्ष हो गए। पिछले पांच दशकों में इसने समुद्र में आक्रमण की अपनी विश्वसनीय क्षमता को बरकरार रखा है।
मुंबई में स्थित ‘मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन” ने आपरेशन विजय और आपरेशन पराक्रम में हिस्सा लिया था। हाल ही में पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा कड़ी किए जाने पर इसकी तैनाती पाकिस्तान के तटवर्ती इलाकों के बेहद करीब की गई थी।
स्क्वाड्रन में तैनात एक अधिकारी ने बताया, इस स्क्वाड्रन में शामिल पोत बहुत तेजी से यात्रा करने की क्षमता रखते हैं और मिसाइलों से लैस हैं। इसकी तैनाती भी दुश्मन को डराने का काम करती है।