उत्तर प्रदेश के अमेठी से लब जिहाद का मामला सामने आया है। सुंदरपुर गांव के एक हिंदू परिवार की 20 साल की युवती नजदीकी बाजार में सिलाई सीखने गई थी। यहां से गांव का ही एक मुस्लिम लड़का उसे फुसलाकर भगा ले गया। अब पूरे परिवार पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बना जा रहा है। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को मामले की शिकायत की है।
पुलिस के अनसार, उत्तर प्रदेश के अमेठी के कोतवाली क्षेत्र के सुंदरपुर गांव के हिंदू परिवार की 20 वर्षीय लड़की गोसाईगंज में सिलाई सीखने जाती थी। इस दौरान गांव के ही एक मुस्लिम लड़के ने पहले उससे दोस्ती की। 25 दिसंबर 2023 को उसे बहला फुसला कर भगा ले जाया गया। इसकी सूचना घर वालों को लगी तो तत्काल मुस्लिम युवक के घर जाकर अपनी लड़की को वापस देने की बात कही। इस पर युवक के घर वालों ने लड़की के परिजनों से कहा-सुनी की और जान से मारने की धमकी भी दी। साथ ही मुस्लिम परिवार ने इस हिंदू परिवार को इस्लाम कबूल करने का भी दबाव बनाया।
पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर अपहरण की धारा 366 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन, 10 दिन बाद भी हिंदू लड़की का पता नहीं चल सका है। ऐसे में पीडित परिवार अमेठी जनपद के इकलौते फायर ब्रांड संत मौनी महाराज के पास पहुंचकर मदद की गुहार लगाई गई। स्वामी परमहंस आश्रम सागर बाबूगंज के पीठाधीश्वर मौनी जी महाराज अपने पूरे लाव लश्कर के साथ पीड़ित हिंदू परिवार से मिलने उसके गांव पहुंचे। यहां मीडिया से आशंका व्यक्त की कि इस लड़की की भी 35 टुकड़े किए जा सकते हैं। इसलिए न्याय मिलने धरने पर बैठ रहा हूँ। इस की जानकारी होते ही प्रसाशन के हाथ पांव फूल गए और तत्काल पुलिस प्रशासन मौनी महराज के पास पहुंचे और तीन दिन समय लेते हुए धरने को खत्म करवाया।