प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने सासाराम में अपनी पहली चुनावी सभा की। दौरान नीतीश कुमार भी मंच पर मौजूद थे। रैली प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर लालू परिवार रहा। इस दौरान उन्होनें 2015 में JDU-RJD सरकार पर भी बात की और कहा कि 18 महीने में लालू परिवार ने बड़े-बड़े खेल किए। अब लालटेन का जमाना नहीं रहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब राजद को सत्ता से बेदखल किया गया तो ये लोग बौखला गए। राजद ने दस साल तक यूपीए सरकार का हिस्सा रहते हुए बिहार के लोगों पर गुस्सा निकाला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटने का इंतजार देश बरसों से कर रहा था या नहीं। ये फैसला हमने लिया, एनडीए की सरकार ने लिया, लेकिन आज ये लोग इस फैसले को पलटने की बात कर रहे हैं। ये कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आर्टिकल-370 फिर लागू कर देंगे। इन लोगों को आपकी जरूरतों से कभी सरोकार नहीं रहा। इनका ध्यान रहा है अपने स्वार्थों पर अपनी तिजौरी पर। यही कारण है कि भोजपुर सहित पूरे बिहार में लंबे समय तक बिजली, सड़क, पानी जैसी मूल सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश जहां संकट का समाधान करते हुए आगे बढ़ रहा है तो ये लोग देश के हर संकल्प में रोड़ा बनकर खड़े हैं। देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के पक्ष में मैदान में आ गए। मंडी और MSP तो बहाना है, असल में दलालों और बिचौलियों को बचाना है। लोकसभा चुनाव से पहले जब किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे देने का काम शुरू हुआ था, तब इन्होंने कैसा भ्रम फैलाया था। जब राफेल विमानों को खरीदा गया, तब भी ये बिचौलियों और दलालों की भाषा बोल रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब-जब, बिचौलियों और दलालों पर चोट की जाती है, तब-तब तिलमिला जाते हैं, बौखला जाते हैं। आज हालत ये हो गई है कि ये लोग भारत को कमजोर करने की साजिश रच रहे लोगों का साथ देने से भी नहीं हिचकिचाते। प्रधानमंत्री कहा कि बिहार के लोगों ने ठान लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है उन्हें आसपास भी भटकने देंगे। उन्होंने कहा कि बिहार अब विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है, अब बिहार को कोई बिमारू, बेबस राज्य नहीं कह सकता। लालटेन का जमाना गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार के सपूत गलवान घाटी में तिरंगे के खातिर शहीद हो गए, लेकिन भारत मां का माथा नहीं झुकने दिया। पुलवामा हमले में भी बिहार के जवान शहीद हुए, मैं उनके चरणों मे शीश झुकाता हूं और उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। देश जहां संकट का समाधान करते हुए आगे बढ़ रहा है, ये लोग देश के हर संकल्प के सामने रोड़ा बनकर खड़े हैं। देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के पक्ष में खुलकर मैदान में हैं।