यूक्रेन के इलाकों को रूस में शामिल करते समय राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। कहा कि पश्चिमी देश अपने फायदे के लिए किसी भी अन्य देश में सत्ता विरोधी आंदोलनों को हवा देते हैं और सरकारें गिराने में लगे रहते हैं। यह कितना बड़ा अंतर्विरोध है कि पश्चिम ने सच्चाई, स्वतंत्रता और न्याय की कीमत पर भारत जैसे देशों को लूटा था।
पुतिन ने कहा, पश्चिम…इसने अपनी उपनिवेशवादी नीति मध्य काल में शुरू कर दी थी। फिर इन्होंने गुलामों का व्यापार किया, अमेरिका में मूल निवासियों की हत्या की, भारत और अफ्रीका जैसे देशों को लूटा, चीन के खिलाफ ब्रिटेन और फ्रांस ने लड़ाई लड़ी…उन्होंने तमाम देशों को नशे में झोंक दिया। पूरे समूह को जान-बूझकर अतिवादी बना दिया। भूमि और संसाधन बचाने के लिए उन्होंने पशुओं की तरह मनुष्यों का शिकार किया। यह मनुष्य की प्रकृति, सच्चाई, स्वतंत्रता और न्याय के विरुद्ध है।