
रायपुर, 19 सितम्बर 2024: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा विकासखण्ड की कुमगरी निवासी रजनी कंवर ने पारंपरिक खेती छोड़कर डच रोज की खेती से सफलता पाई है। रजनी ने विभागीय मदद से फरवरी 2024 में 65 डिसमिल जमीन पर पॉलीहाउस बनाकर 22,000 डच गुलाब के पौधे लगाए। पिछले 5 महीनों में रजनी ने 3 लाख रुपए से अधिक का शुद्ध मुनाफा कमाया है और हर महीने लगभग 30 से 40 हजार रुपए कमा रही हैं।

रजनी ने बताया कि पारंपरिक खेती से उन्हें अपेक्षित लाभ नहीं हो रहा था, इसलिए उन्होंने डच गुलाब की खेती का फैसला किया। नेशनल हार्टिकल्चर बोर्ड और नाबार्ड की मदद से उन्हें 40 लाख का वित्तीय सहयोग मिला, जिसमें 50 प्रतिशत अनुदान भी शामिल है। पॉलीहाउस और सूक्ष्म सिंचाई तकनीक की मदद से रजनी ने कम पानी में अधिक उत्पादन किया है। अब रजनी के खेत से प्रतिदिन 40 से 50 किलो गुलाब की कटाई होती है, जिसे वे कोरबा, बिलासपुर और अंबिकापुर जैसे शहरों में बेचती हैं।
रजनी के इस फैसले ने उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत किया है और वे आगे इवेंट ऑर्गेनाइजर और डेकोरेशन शॉप्स से संपर्क कर गुलाब के बाजार को और बढ़ाने की योजना बना रही हैं। त्योहारों और शादी के मौसम में गुलाब की बढ़ती मांग से उनकी आय में और वृद्धि की संभावना है।