धर्म परिवर्तन करने वाले आदिवासियों को आरक्षण न मिले, इसके लिए रायपुर में डीलिस्टिंग रैली निकाली गई। वीआईपी रोड से निकाली गई आदिवासी समाज की भाजपा के कद्दावर नेता भी हुए शामिल हुए।
प्रदर्शनकारी आदिवासियों ने कहा कि वस्त्र सग्गू जनजातियों घरों से देवी- देवताओं की तस्वीरें हटावाई गई। बीमारियां दूर करने के बहाने मान्यता बदली गईं। धर्मांतरित होने के बावजूद वे आदिवासियों का मिलने वाले आरक्षण का लाभ ले रहे हैं।
रायपुर में हुए आदिवासी कार्यक्रम में बस्तर, अंबिकापुर, जशपुर, रायगढ़, कांकेर और नारायणपुर समेत विभिन्न जिलों से आदिवासी पहुंचे थे। उनकी मुख्य मांग धर्म बदल चुके आदिवासियों को आरक्षण के फायदे से अलग करने की है। इस प्रक्रिया को डी लीस्टिंग कहा गया है। यहां आए प्रदेश भर के आदिवासियों ने इस सवाल का जवाब दिया की क्या आदिवासी क्षेत्र में धर्मातारण होता है।