अनुसूचित जाति की युवती से प्रेम विवाह करने के कुछ माह बाद ही पति और पत्नी में जाति को लेकर मनमुटाव हो गया। पति द्वारा शारीरिक संबंध बनाने से इन्कार करने पर पत्नी ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मुकदमा दायर करने की अर्जी लगाई। लेकिन पुलिस ने इसे प्रताड़ित करने व घरेलू हिंसा का मामला बताया है। पुलिस इस अजीबोगरीब मामले की जांच कर रही है।
गुजरात के मेहसाणा जिले के दरबार जाति के युवक ने अपने ही गांव की अनुसूचित जाति की युवती से सितंबर 2021 में प्रेम विवाह किया था। 20 वर्षीय युवती ने पति पर आरोप लगाया है कि वह उसे अछूत बताकर श्ाारीरिक संबंध बनाने से इन्कार करता है। पति का कहना है कि अनुसूचित जाति की युवती से विवाह करने के कारण उसके माता-पिता व गांव वाले उसे ताना मारने लगे हैं। पीड़िता का कहना है कि श्ाुरू के दो माह पति का व्यवहार ठीक रहा। लेकिन लोगों के ताने मारे जाने के बाद से वह उसे अछूत बताते हुए उसके साथ बात करने व शारीरिक संबंध बनाने से भी इन्कार करने लगा है। पीड़िता का यह भी आरोप है कि शादी की शुरुआत में जब उसने शारीरिक संबंध बनाने से इन्कार किया तो पति ने जबर्दस्ती उसके साथ कई बार संबंध बनाया था। पीड़िता का आरोप है कि उसका पति अब उसके साथ मारपीट भी करने लगा है।