आजादी हर इंसान का अधिकार है। किसी को भी बिना अपराध के कैद करने का अधिकार किसी को नहीं है। इसके बावजूद फिलिपींस में एक लड़की बिना किसी अपराध के पिछले पांच सालों से पिंजरे में रहने को मजबूर है। मॉडल बनने का सपना देखना उसके लिए अभिशाप बन गया। कैद में रखी गयी यह लड़की कपड़े भी बोरे से बने पहनती है।
फिलिपींस की 29 साल की बेबी को उसके परिवार वालों ने ही पिछले पांच सालों से पिंजरे में बंद कर रखा है। उसे खाना-पानी वहीं दिया जाता है। परिवार वालों को दावा है कि ऐसा उसकी असंतुलित मानसिक हालत को देखते हुए किया गया है।
परिवार के सदस्यों के मुताबिक बेबी पहले ऐसी नहीं थी। वो खुशमिजाज थी। वह ग्रेजुएशन करने के बाद मॉडल बनने का सपना देख रही थी। मगर 2004 में उसे अचानक डिप्रेशन के अटैक पड़ने लगे। वह मानसिक रूप से इतना बीमार हो गई कि अपने साथ दूसरों को भी नुकसान पहुंचाने लगी।
बेबी के परिवार वालों का दावा है कि ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसका इलाज किया गया। बाद में उसके ठीक होने के कुछ दिन बाद ही उसके पिता की तबियत खराब हो गई। वह घर में अकेले कमाने वाले थे। पिता के बीमार होते ही बेबी की दवाइयां बंद हो गयीं और फिर से बीमार हो गई। वह लोगों पर झपटने लगी थी, कभी पड़ोसियों पर पत्थर बरसाती तो कभी किसी पर भी हमला कर देती। परिवार के पास इतना पैसा नहीं था कि बेबी का दोबारा ट्रीटमेंट कराया जाए।
बेबी के हिंसक व्यवहार को देखकर उसके परिवार ने उसे सेफ रखने के लिए कमरे में बंद कर दिया। कमरे में भी बेबी कुछ न कुछ तहस-नहस करती रहती थी। परेशान होकर परिवार वालों ने उसे पिंजरे में डाल दिया। बेबी अपने पहने कपड़ों को कभी चबा डालती, तो कभी फाड़ देती। जिसके बाद परिवार ने उसे बोरे से बने कपड़े पहनाने शुरू कर दिए, क्योंकि वह बोरी को नहीं चबाती थी।
बेबी की हालात पर तरस खाकर परिवार के एक परिचित ने पिंजरे में कैद बेबी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। उन्होंने लोगों से उसके इलाज के लिए फंडिंग करने की अपील की। बेबी का वीडियो देखते ही देखते इंटरनेट पर वायरल हो गया। अब लोग उसकी मदद करने की बात कर रहे हैं।