
कर्नाटक के चामराजनगर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां अंतरजातीय विवाह करने पर एक जोड़े पर न केवल जुर्माना लगाया गया, बल्कि जोड़े को गांव से बहिष्कार का सामना करना पड़ा। घटना कोल्लेगल तालुक के कुनागल्ली गांव में हुई। पुलिस के मुताबिक, दोनों की शादी पांच साल पहले हुई थी, लेकिन गांववालों को दोनों की अलग-अलग जाति के बारे में हाल ही में पता चला। ग्रामीणों ने दंपती पर छह लाख रुपये का जुर्माना लगाया और उनका बहिष्कार कर दिया। दंपती इस अपमान को बर्दाश्त नहीं कर पाए और एक मार्च को कोल्लेगल में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
उप्परा सेट्टी समुदाय के गोविदराजू को अनुसूचित जाति की मांड्या की श्वेता से प्यार हो गया था। जब उन्होंने शादी करने का फैसला किया, तो लड़के और लड़की के परिवार बिना किसी विरोध के सहमत हो गए और सब-रजिस्ट्रार के कार्यालय में उनकी श्ाादी हो गई। मामला गांव के बुजुर्गों तक पहुंचा और उन्होंने 23 फरवरी को बैठक की। उन्होंने दंपती के माता-पिता को बुलाकर उन पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया और एक मार्च तक जुर्माना भरने को कहा।
दंपती की ओर से इस संबंध में गांव के 12 लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद जुर्माने की राशि बढ़ाकर छह लाख रुपये कर दी और गोविदराजू के परिवार का गांव से बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों ने परिवार को गांव से बाहर भेज दिया है और फरमान सुनाया है कि वह गांव से राशन, सब्जी, दूध और पानी न खरीदें।