
रायपुर। रायपुर के सड्डू इलाके में रविवार की दोपहर धर्मांतरण के मुद्दे पर बवाल हुआ। इलाके की पार्षद शकुंतला धीवर और विश्वदिनी पांडे अपने समर्थकों के साथ एक धर्म सभा का विरोध करने पहुंच गईं। दरअसल एक मकान में राम यादव नाम का युवक पिछले कई हफ्तों से लगातार प्रार्थना सभा का आयोजन कर रहा था। चर्चा है कि सभा में महिलाओं को बुलाकर इसके बाद उन्हें हिंदू -धर्म की मान्यताओं को न मानने के लिए मजबूर किया जाता है। इसी का विरोध करने पार्षद और उनके कार्यकर्ता पहुंचे थे। मकान में पहले से मौजूद महिलाओं ने पार्षद और उनके कार्यकर्ताओं का जबरदस्त विरोध कर दिया। महिलाओं ने कह दिया कि वह अपनी मर्जी से यहां आई हैं और प्रार्थना का हमेशा हिस्सा बनती रही हैं, कोई उन्हें प्रार्थना करने से नहीं रोक सकता। इस पर पार्षद और उनके कार्यकतार्ओं ने कहा कि अपने धर्म का अपमान कर इस तरह दूसरे धर्म के प्रति बहकावे में आकर आस्था दिखाना ठीक नहीं। रामू यादव पर जबरन धर्मांतरण करने का आरोप सुनकर उसके समर्थक पार्षद से भिड़ गए। महिलाएं और भाजपा पार्षद के कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त झूमाझटकी भी हुई। प्रार्थना सभा करवा रहे कुछ युवकों ने पार्षद के कार्यकतार्ओं के साथ मारपीट की कोशिश भी की। हंगामे की खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई और दोनों गुटों को अलग कराया। इसके बाद पार्षद विश्वदिनी पांडे अपने कार्यकतार्ओं के साथ उसी घर के सामने धरना देने बैठ गई, जहां प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी। पार्षद ने यहां हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया ओमकार मंत्र का जाप भी किया।
थाने में की शिकायत
पार्षद विश्वदिनी पांडे ने बताया कि लगातार इस इलाके में रामू नाम का शख्स महिलाओं को बीमारियां ठीक करने, घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के नाम पर बहका रहा है। वो प्रार्थना सभा आयोजित करके उन्हें बुलाता है और उसके बाद उनके धर्म को परिवर्तित करने का प्रयास किया जाता है। इसी बात का विरोध करने हम पहुंचे थे। ऐसी घटनाओं को हम अपने इलाकों में बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस मामले में विधानसभा थाने में जानकारी देकर हम कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने शिकायत लेकर छानबीन शुरू कर दी है।
देखिए कैसे होता है धर्मांतरण
ईसाई बन चुके युवक ने किया चौंकाने वाला दावा:मुझसे कहा गया- देवताओं का विसर्जन कर दो वरना प्रभु नाराज होंगे, धर्मांतरण का हाल ऐसा कि प्रार्थना सभा में 60 प्रतिशत भीड़ हिंदूओं की लगभग 1 महीने तक जेल की सलाखों के पीछे दिन बिताने वाले मनीष साहू और संजय सिंह का भारतीय जनता युवा मोर्चा के लोगों ने स्वागत किया। शनिवार की देर शाम इन्हें जमानत मिलने पर रायपुर की सेंट्रल जेल से रिहा किया गया। इन दोनों पर पिछले महीने रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में पादरी को जूते से पीटने का आरोप था। तब भी थाने में धर्मांतरण के मामले पर ही बवाल हुआ था। जेल से रिहा होते ही दोनों युवकों को युवा मोर्चा के नेता स्वागत करते हुए भाजपा के कार्यालय लेकर आए। मालाएं पहना कर इनका अभिनंदन किया गया। पार्टी के अन्य नेताओं ने इन्हें बधाई दी।
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