ट्रांसफर के बावजूद महीनों से सारंगढ़ जनपद सीईओ श्रीमती संजू पटेल कुर्सी पर जमी हुई है। इतना ही नहीं अब तो वह सरपंच और सचिवों से दुर्व्यवहार सहित मनमानी करने लगी है। पीड़ितों की शिकायत पर सामाजिक संगठन ने पद से जल्द रिलीव करने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। मांग पूरी नहीं होने पर प्रशासन को उग्र आंदोलन की चेतनी दी गई है।
गौर हो कि 10 मार्च 2023 को पंचायत एंव ग्रामीण विकास विभाग ने श्रीमती संजू पटेल प्रभारी सीईओ का स्थांतरण जनपद पंचायत सक्ति किया गया था। साथ ही उनको तीन दिन में कार्यभार ग्रहण करना था। इस आदेश के बावजूद संजू पटेल सीईओ जनपद पंचायत सारंगढ़ में जमी हुई है। स्थानतरण के बाद से अधिकारियों के शह पर सीईओ पटेल ने कार्यालय के कर्मचारी, सचिव और जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार शुरू कर दिया है।
नाराज जनप्रतिनिधियों ने मामले की शिकायत सामाजिक संगठन से की। जिस पर संगठन ने कलेक्टर से सीईओ संजू पटेल को तत्काल रिलीव करने की मांग की है। बहरहाल, तबादले के बाद भी कुर्सी पर जमे रहने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर सरकार ने शिकंजा कस रखा है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में सभी विभागों के सचिवों को पत्र जारी करते हुए लिखा है, कि अधिकारी-कर्मचारियों के तबादले का आदेश प्राप्त होने के पांच दिन के बाद छठवां दिन कार्यमुक्त माना जाएगा। पांच दिन के भीतर भी पदभार ग्रहण नहीं करने पर अगले दिन से उनकी नियुक्ति नवीन पदस्थापना के स्थान पर मानी जाएगी।