रायपुर। प्रायोगिक परीक्षाओं के दौरान अस्वस्थ बच्चों को एक बार फिर स्कूल प्रधान प्रबंधन की ओर से मौका दिया जाएगा। जी हां, कोरोना संक्रमण के दौरान ऐसा पहली बार हो रहा है कि प्रायोगिक परीक्षाओं के दौरान बीमार बच्चों को स्कूल प्रबंधन बाद ने परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
सीबीएसई ने 12वीं बोर्ड प्रायोगिक परीक्षा को लेकर आयोजित वेबिनार के दौरान यह जानकारी दी है। इसमें 12वीं बोर्ड के प्रैक्टिकल को लेकर ट्रेनिंग भी दी जा रही है। बोर्ड अधिकारियों ने विभिन्न स्तर पर आ रही समस्याओं के समाधान के साथ बदलते पैटर्न पर प्रैक्टिकल लेने के बारे में भी जानकारी दी है। बताया गया है की एक बार में 20 से अधिक बच्चों का प्रैक्टिकल नहीं लेना है। इस बार बोर्ड की ओर से जिला समेत सभी जगहों के नोडल सेंटर भी बनाए जाएंगे। बोर्ड की ओर से प्रैक्टिकल की मॉनिटरिंग भी की जाएगी। अगर कोई बच्चा बीमार है तो मेडिकल ग्राउंड में उसे परीक्षा में शामिल नहीं करना है। साथ ही स्कूल को आगे उनके लिए परीक्षा की व्यवस्था भी करनी होगी, वहीं हर दिन प्रैक्टिकल से संबंधित बच्चों की फोटोग्राफ को उनके अंक के साथ अपलोड करना भी अनिवार्य होगा।