रायपुर। कुष्ठ रोग के प्रभाव की दर को कम करने के लिए जिले के पंडरिया विकासखंड में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान शुरू करने से पूर्व केंद्रीय टीम के द्वारा पंडरिया विकासखंड के संवेदनशील गांवों में बेसलाइन सर्वे किया गया है। सर्वे के पश्चात अभियान की तैयारी करने हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ ही संबंधित अन्य सभी विभाग अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जिन क्षेत्रों में विगत 5 वर्ष में कुष्ठ प्रभाव दर, विकृति एवं बच्चों में कुष्ठ का संक्रमण अधिक पाया गया है, वहां राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोग उन्मूलन हेतु विशेष अभियान चलाया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली के आदेशानुसार इसी आधार पर चिन्हित किए गए छत्तीसगढ़ के 5 जिलों के 5 विकासखंडों में कबीरधाम जिला के विकासखंड पंडरिया का भी नाम शामिल किया गया है। पंडरिया विकासखंड में विगत 5 वर्षों में कुष्ठ प्रभाव दर, विकृति एवं बच्चों में कुष्ठ संक्रमण की दर अधिक पाई गई है, जो चिंताजनक है और इसीलिए यहां कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए विशेष अभियान बहुत आवश्यक समझा जा रहा है। कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए विशेष अभियान अभियान शुरू किए जाने से पहले केंद्रीय टीम के केंद्रीय कुष्ठ प्रभाग से डॉ. सरोजकांत, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ. स्नेहा , आरएलटीआरआई. रायपुर से डॉ. प्रशांत साहू तथा राज्य शासन के प्रतिनिधि के रूप में सी.आर.शाहा ने पंडरिया विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया, कुकदूर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किशुनगढ़ और मोहगांव पहुंचकर बेसलाइन सर्वे किया है।
-लोगों को बताया जाएगा-कुष्ठ रोग छूने से नहीं फैलता
कुष्ठ रोग के मद्देनजर संवेदनशील गांवों में अब जल्द ही विशेष अभियान भी शुरू किया जाएगा और लोगों को बताया जाएगा कि, डरें नहीं, कुष्ठ रोग छूने से नहीं फैलता है। इसी तरह कुष्ठ रोग के विरुद्ध जागरुकता अभियान चलाने के लिए गांव एवं शहर के प्रत्येक संवेदनशील वार्ड में टीमें गठित की जाएंगी। कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को कुष्ठ रोग के लक्षण, जांच, प्रभाव तथा उपचार की समुचित जानकारी देते हुए जागरुक करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं एएनएम व आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं के माध्यम से पोस्टर व पर्चे वितरित किए जाएंगे। पर्चे में कुष्ठ रोग के लक्षण तथा जांच व इलाज के बारे में पूरी जानकारी रहेगी। इसके साथ ही कुष्ठ रोग विभाग की टीम घर-घर जाकर लक्षणों की जांच करेगी। कुष्ठ रोग उन्मूलन अभियान के संबंध में सीएमएचओ डॉ. शैलेंद्र कुमार मंडल ने बताया, कुष्ठ रोग के प्रभाव की दर को कम करने के लिए पंडरिया विकासखंड में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान शुरू करने से पूर्व केंद्रीय टीम के द्वारा पंडरिया विकासखंड के संवेदनशील गांवों में बेसलाइन सर्वे किया गया है। अभियान के लिए माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है। उन्होंने कहा,कुष्ठ रोग अभिशाप नहीं बल्कि एक रोग है जिसका उपचार संभव है। जांच में कुष्ठ रोग मिलने की स्थिति में रोगी को कुष्ठ रोग निवारण के लिए तब तक निशुल्क दवाएं दी जाएंगी, जब तक उसका कुष्ठ रोग पूरी तरह से ठीक न हो जाए।