
केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल के दौरान पिछले 10 सालों में शेयर बाजार चार गुना हो गया है। भारत एक पॉजिटिव ग्रोथ साइकिल में तेजी से विकास कर रहा है। बता दें कि भारतीय शेयर बाजार का बेंचमार्क सेंसेक्स गुरुवार 4 जुलाई को 80,392.64 अंक का ऐतिहासिक शिखर छू चुका है, जबकि एनएसई निफ्टी 24,401 का ऑलटाइम हाई और रिकॉर्ड ऊंचाई बना चुका है।
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के आयोजित कार्यक्रम में वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि हमारे 10 साल के कार्यकाल में शेयर बाजार चार गुना हो गया है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के समय निफ्टी 5700 के आसपास था और अब यह 23,000-24,000 अंक को पार कर गया है। “यह बहुत ही निर्दयी बाजार है जो सिर्फ आंकड़ों और भविष्य को देखता है। भारत ग्रोथ साइकिल में तेजी से आगे बढ़ रहा है जिसकी वजह से शेयर बाजार आगे बढ़ रहा है।” पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रशासन के तीसरे कार्यकाल में हम तीन गुना गति से काम करें, तीन गुना परिणाम सुनिश्चित करें और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद करें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ड्रोन इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए तैयार है, जिसने पिछले तीन सालों में तेजी से विकास देखा है। इनोवेशन के दम पर ड्रोन इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी के विकास और बढ़ोतरी की तारीफ करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि ड्रोन इकोसिस्टम (पारिस्थितिकी तंत्र) का विकास कर उन्हें देश भर के गांवों में तैनात करना प्रधानमंत्री की ‘नमो ड्रोन दीदी’ पहल के अनुरूप है। ये कृषि क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद करेगा। ड्रोन और ड्रोन घटकों के लिए प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम इस सेक्टर के विकास के लिए एक किकस्टार्टर है और इसे सरकार की ओर से स्थायी सब्सिडी योजना के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। ड्रोन में पीएसयू सेक्टर सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) और में योगदान करने की क्षमता है। ड्रोन इकोसिस्टम की फंडिंग और सलाह के लिए, सिडबी को इसमें शामिल किया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने स्टार्टअप इकोसिस्टम पर कहा कि 2024 की पहली छमाही में 18 आईपीओ पहले ही पेश हो चुके हैं, जबकि 2023 की पहली छमाही में 17 आईपीओ ऑफर आए थे। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में, देश विदेशी निवेशकों से अप्रत्याशित निवेश देखा गया है और बुनियादी ढांचे के लिए बड़े पैमाने पर पुश किया गया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को मजबूत करने के साथ स्टार्टअप्स पर नियमों और कंप्लाइमस को आसान बनाना पीएम मोदी की सरकार का प्राथमिक फोकस रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के विकास का अर्थव्यवस्था पर कई गुना असर पड़ता है, जिससे वस्तुओं और सेवाओं की मांग बढ़ती है और देश में खपत बढ़ती है। पीयूष गोयल ने यह भी कहा गया कि पीएम के बुनियादी ढांचे पर जोर देने से इंडस्ट्री को ग्रोथ और रोजगार पैदा करने में मदद मिली है जिसने देश के विकास को आगे बढ़ाया है।