हमारी जीवनशैली और खानपान की आदतों में अगर लंबे समय तक गड़बड़ी रहे तो शरीर की कार्यप्रणाली भी गड़बड़ाने लगती है। इन्हीं गड़बड़ियों में रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाने से होने वाली डायबिटीज की समस्या भी है। इंग्लैंड में ‘बीएमजे ओपेन डायबिटीज रिसर्च एंड केयर” में प्रकाशित एक शोध में दावा किया गया है कि अगर खाने से पहले थोड़ी मात्रा में प्रोटीन सप्लीमेंट की खुराक ली जाए तो यह टाइप-2 डायबिटीज रोगियों को ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
इंग्लैंड की न्यूकैसल यूनिवर्सिटी में हुए अध्ययन के दौरान टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को भोजन से पहले व्हे प्रोटीन की थोड़ी सी मात्रा पीने को दी गई। एक सप्ताह की निगरानी में पाया कि ऐसा करने से मरीजों के सामान्य जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। वहीं, इन्हीं मरीजों की जब एक सप्ताह तक बिना व्हे प्रोटीन दिए निगरानी की गई तो इसके विपरीत प्रभाव पड़ा। भोजन से पहले व्हे प्रोटीन लेने वाले मरीजों के रक्त में ग्लूकोज की लगातार निगरानी में पाया गया कि ऐसा करने से ग्लूकोज का स्तर काफी हद तक नियंत्रित रहा। आंकड़ों के मुताबिक, बिना व्हे प्रोटीन वाले रोगियों की तुलना में व्हे प्रोटीन लेने वाले मरीजों में औसतन दो घंटे ज्यादा ब्लड श्ाुगर नियंत्रित रहा। रिसर्च करने वाले दल के प्रमुख व न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के सीनियर लेक्चरर डा. डेनियल वेस्ट कहते हैं कि ऐसा पहली बार देखने में आया कि व्हे प्रोटीन किस तरह डायबिटीज रोगियों में श्ाुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है। दरअसल, व्हे प्रोटीन जिम जाने वाले लोग मसल्स बनाने के लिए सप्लीमेंट के रूप में प्रयोग करते हैं। यह दुग्ध पदार्थों से निर्मित एक पाउडर के रूप में बाजार में उपलब्ध है।