जो व्यक्ति सफलता की प्राप्ति चाहता है वह छोटे-मोटे घटनाओं और असफलता से कभी नहीं घबराता। जिस प्रकार घोर तूफान में भी कश्ती नहीं डूबती क्योंकि उसको समुद्र के सामने झुकना पसंद नहीं, वही कश्तियां किनारा पाती है अर्थात सफलता को प्राप्त करती है।
धीरज इस सफलता को पाने के लिए सबसे आवश्यक है। अगर हम अकारण ही विचलित होंगे और धीरज खो बैठने तो निश्चित ही सफलता भी हमसे दूर हो जाएगी। इस लिए संयम में साथ प्रयास करिए जीत अवश्य होगी।