
बिहार में नशामुक्ति अभियान को गति देने एवं समाज में जागरूकता फैलाने में सभी सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों की सेवा ली जाएगी। अब शिक्षक चोरी-छुपे शराब पीने वाले या उसकी आपूर्ति करने वाले लोगों की जासूसी कर उन्हें पकड़वाएंगे। सूचना देने वाले शिक्षकों के नाम-पते को गोपनीय रखा जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने इस आदेश को तत्काल प्रभाव से अमल में लाने का आदेश सभी क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक (आरडीडीई), जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को दिया है।
वहीं, राज्य सरकार के आदेश को राजद ने बेतुका फरमान बताकर विरोध किया है तथा इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि शिक्षकों के लाखों पद रिक्त रहने के कारण स्कूलों में सही तरीके से पढ़ाई नही हो रही है। पहले से ही शिक्षकों से कई अन्य काम लिए जाते रहे हैं। सरकार के इस नए फरमान से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह ठप हो जाएगी।