उदयपुर। लॉक डाउन में अपनी जीविका चलाने के लिए तांदू पत्ता तोड़ने जाना एक ग्रामीण के लिए भारी पड़ा। नान्हू राम पंडो (45) मृगाडांड तेंदूपत्ता तोड़ने रामगढ़ के जंगल मे अपने साथियों के साथ गया हुआ था। अचानक
मादा भालू व उनके बच्चों ने हमला कर दिया। ग्रामीण की हालत बहुत खराब हो गई उसे एंबुलेंस से उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां घायल को 30 से अधिक टांके लगाए गए। आवश्यक दवाइयां देकर उसे 108 के माध्यम से जिला अस्पताल भेज दिया गया।
लॉकडाउन में ग्रामीणों का जीना दुभर हो गया है। अपनी आजीविका चलाने के लिए उन्हें तरह तरह का काम कारण पड़ रहा है। नान्हू राम पंडो (45) के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ 8 बजे 3 भालू के बच्चों द्वारा पीछे से हमला कर दिया गया। नान्हू बचने का प्रयास करने लगा, तभी मादा भालू आ गयी और उसने भी हमला बोल दिया, वह चिल्लाते हुए घायल होकर गिर गया।
चीख पुकार सुनकर साथियों के द्वारा उसे बचाया गया, उसके सिर में गंभीर चोट व बाया हाथ टूट गया। साथियों के द्वारा 108 को कॉल किया गया और ज़ब तक 108 पहुंचती, खाट के माध्यम से जंगल से नीचे उतारा गया। भालू का हमला बहुत खतरनाक था, इस अंदेशा से ड्यूटी स्टॉफ ईएमटी कृष्णा श्रीवास व पायलट कृष्णा कुमार तुरंत केस के लिए रवाना हुए और दस मिनट के भीतर ग्राम में पहुंचकर घायल के जख्म का मरहम पट्टी की व्यवस्था की।