कोरोना संकट के समय अब तक रेमडेसिविर इंजेक्शन और आक्सीजन के नाम पर ठगी का मामला थमा भी नहीं है कि कोलकाता में घर पर आकर नकली कोरोना वैक्सीन लगाकर ठगी की जा रही है। यह गिरोह लोगों के घर पहुंचकर कम पैसे में कोरोना की नकली वैक्सीन लगा रहा है। इस गिरोह के हाथों ठगी के शिकार होने के बाद कुछ लोगों ने फूलबागान थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस के मुताबिक प्रगति बंदोपाध्याय ने शिकायत में बताया कि कुछ लोग उनके अपार्टमेंट में पहुंचे थे और वे सरकारी मान्यता प्राप्त डायग्नोस्टिक सेंटर से आए हैं। उनलोगों की बातों में आकर उन्होंने वैक्सीन लगवा ली। वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में कोई असर महसूस नहीं हुआ। साथ ही वैक्सीन के संबंध में कोई सरकारी सर्टिफिकेट और मोबाइल पर मैसेज नहीं मिलने पर उन्हें शक हुआ। इसके बाद उन्होंने थाने में शिकायत की। इसी तरह कई और शिकायतें भी पुलिस को मिली हैं। इसमें बताया गया है कि 300 से 500 रुपये लेकर ये गिरोह घरों में आकर वैक्सीन के नाम पर तरल पदार्थ भरा इंजेक्शन लगा रहा है। उधर, शिकायत के बाद इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीरों की मदद से पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
जिन लोगों ने इस गिरोह के झांसे में आकर वैक्सीन लगवाई है, अब उन्हें इस बात की भी चिंता हो रही है कि वैक्सीन के नाम पर उन्हें न जाने कौन सा तरल पदार्थ दिया गया। इसको लेकर वह बेहद डरे हैं।
पुलिस के अनुसार इस गिरोह के सदस्यों ने लोगों को बताया कि कोरोनाकाल में घर के बाहर वैक्सीन लेने जाने से संक्रमित होने का डर बना रहेगा, इसीलिए उनकी लैब की तरफ से लोगों के घर जाकर वैक्सीन दी जा रही है। इस तरह खुद को सरकारी मान्यता प्राप्त डायग्नोस्टिक सेंटर का प्रतिनिधि बताकर इस गिरोह ने लोगों का भरोसा जीत कर उन्हें धोखा दिया।