
छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा न फहराने का गंभीर मामला सामने आया है। 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने में लापरवाही बरतने पर संयुक्त जिला कार्यालय के 13 विभाग प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस मामले को लेकर कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने सख्त रुख अपनाते हुए जवाब तलब किया है और स्पष्ट किया है कि यह कृत्य राष्ट्र सम्मान की अनदेखी के समान है।
गौरेला के टिकरकला छात्रावास भवन में संचालित संयुक्त जिला कार्यालय में 26 जनवरी को ध्वजारोहण नहीं किया गया। गणतंत्र दिवस जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व पर तिरंगा न फहराने की इस लापरवाही को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। कलेक्टर ने कहा कि संविधान और राष्ट्रध्वज का सम्मान सर्वोपरि है, और इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने संयुक्त जिला कार्यालय में हुई इस लापरवाही को गंभीर प्रशासनिक चूक माना है और सभी संबंधित विभागों से तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है।
उन्होंने अपने नोटिस में साफ किया कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। संयुक्त जिला कार्यालय में प्रशासनिक लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है। कुछ दिनों पहले ही कलेक्टर ने औचक निरीक्षण के दौरान समय पर कार्यालय न खुलने और अधिकारियों-कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर नोटिस जारी किया था। अब गणतंत्र दिवस पर झंडा न फहराने की घटना के बाद प्रशासन और सख्त हो गया है।